URBAN ESTATE, JIND 126102 (HARYANA)
व्यक्ति अपने लिए ना जी कर दूसरों के लिए जिए , सदा दूसरों की भलाई के लिए काम करें तो वह परोपकारी कहलाता है I परोपकार ही वह लक्षण है जो इंसान और जानवर में अंतर करता है I जो व्यक्ति परोपकारी है वही सच्चा इंसान है I यह उद्गार श्री राजेश गोयल सचिव मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार ने डीएवी स्कूल में आयोजित दिव्यांग टैलेंट शो में कहें I उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अपने पैर पर खड़ा नहीं हो सकता जो अपने हाथ से काम नहीं कर सकता या किसी भी प्रकार से अक्षम है उसे सक्षम बनाने का काम उसे अपने पैरों पर खड़ा करने का काम जो संस्थान कर रहा है वह नारायण सेवा संस्थान उदयपुर है जिसकी प्रस्तुति डॉक्टर धर्मदेव विद्यार्थी के सौजन्य से आज जींद के लोगों को देखने को मिल रही है I इन सभी दिव्यांग बहनों और भाइयों ने जो प्रस्तुति दी है वह अंतरराष्ट्रीय स्तर की है तथा हर व्यक्ति दांतो तले उंगली दबाने पर मजबूर है I जींद में इस प्रकार का प्रयास एक अनोखा और अद्भुत प्रयास है जिसके लिए विवेकानंद फाउंडेशन जींद और आर्य युवा समाज हरियाणा बधाई के पात्र हैं I नारायण सेवा संस्थान उदयपुर के अध्यक्ष श्री प्रशांत जी ने कहा कि उदयपुर में 11000 बेड का अस्पताल निरंतर पीड़ितों के ऑपरेशन करता है और जो कोई किसी भी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हो उनके ऑपरेशन करवाता है I इसके लिए संस्थान पैसा भी अपने पास से देता है I किसी भी गरीब व्यक्ति से कोई पैसा नहीं लिया जाता चाहे उसका ऑपरेशन मुंबई , कोलकाता जैसे किसी भी बड़े शहर में या बड़े अस्पताल में किया जाए वह निशुल्क करवाया जाता है I उन्होंने कहा कि हरियाणा भर से आठ -दस हजार लोग संस्थान में आते हैं और अपने बीमारियों का इलाज कराते हैं I पूरे हिंदुस्तान से लाखों लोगों के ऑपरेशन हो चुके हैं और संस्थान निरंतर लोगों के दुख दूर करने में लगा हुआ है I उन्होंने घोषणा की कि संस्थान की एक शाखा जींद में खोली जाएगी और डॉक्टर धर्मदेव विद्यार्थी उसके संयोजक होंगे उन्होंने कहा कि मैं डॉक्टर धर्मदेव विद्यार्थी की परोपकार की भावना तथा उनकी कार्यशैली का इतना कायल हो गया हूं कि उन्हें नारायण सेवा संस्थान का अंग बनाने के लिए गौरवान्वित हूँ I डीएवी संस्थान के राष्ट्रीय सचिव श्री महेश चोपड़ा जी ने कहा कि मैंने अपने 70 साल के जीवन में इतना सुंदर कार्यक्रम जो दिव्यांगों द्वारा किया गया है कभी नहीं देखा I ऐसा सुंदर कार्यक्रम तो जो सक्षम लोग होते हैं वह भी प्रस्तुत नहीं कर पाते I उन्होंने दिव्यांगों द्वारा बनाए गए वस्त्रों की प्रशंसा कर उन्हें अदभुत बताया I वहीं डीएवी संस्थान के कोषाध्यक्ष श्री शर्मा जी ने कहा की डीएवी संस्थान भी इस प्रकार के परोपकारी कार्यों के लिए आगे आएगा I उन्होंने डीएवी कॉलेज फिजियोथैरेपी यमुनानगर और डीएवी कॉलेज जालंधर के प्राचार्य से निवेदन किया कि वह भी अपने संस्थान में इस प्रकार के कार्य करें कि गरीब और पीड़ितों के निशुल्क या सस्ती दर पर इलाज हो सके I श्री जेपी सुर राष्ट्रीय निदेशक डीएवी संस्थान नई दिल्ली ने कहा कि डीएवी ने एेसे स्कूल खोले हैं जो मानसिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों के विकास में लगे हुए हैं I एक ऐसा ही स्कूल अमृतसर में खोला गया है I अमृतसर से आई हुई गूंगे और बहरे बच्चों की शानदार प्रस्तुति ने लोगों को वाह वाह करने पर मजबूर कर दिया I उन्होंने आशा प्रकट की कि यह बच्चे एक दिन बड़े कलाकार बनेंगे और अपनी विकलांगता के बावजूद भी यह जीवन पर विजय प्राप्त करेंगे I इनके लिए जीवन कठिन भले ही हो लेकिन इन्हे जीवन जीने का ढंग आ गया है I उन्होंने डॉक्टर धर्मदेव विद्यार्थी को कर्मशील तथा कर्मठ व्यक्ति बताते हुए डीएवी का हीरा घोषित किया I समारोह में भारत के लगभग सभी प्रांतों से आए हुए दिव्यांगों ने तरह-तरह के करतब दिखाकर लोगों को हैरत में डाल दिया I उनके हर करतब पर पंडाल तालियों से गूंज उठता था I इनमें गणपति महिमा , बाहुबली नृत्य तथा कृष्ण वंदना जैसे कार्यक्रम देख कर ऐसा लगता था जैसे किसी फिल्मी हाल में बैठकर फिल्म देख रहे हैं I कार्यक्रम के संयोजक और डीएवी संस्थाओं के क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर धर्मदेव विद्यार्थी ने जींद के लोगों की प्रशंसा करते हुए कहा कि बहुत सारे लोगों ने इस समारोह को सफल बनाने के लिए अपना संपूर्ण सहयोग दिया है I लोगों के सहयोग से ही इतना विशाल और भव्य कार्यक्रम जींद में संपन्न हो पाया है I उन्होंने आशा प्रकट की कि जींद के गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों को राहत पहुंचाने का काम नारायण सेवा संस्थान उदयपुर की सहायता से किया जाएगा और ऐसे लोगों को रोजगार मुहैया करने के लिए भी साधन जुटाने का प्रयत्न किया जाएगा I उन्होंने सभी दिव्यांगों का हौसला बढ़ाते हुए उन्हें अपने जीवन का हीरो बताया I इस मौके पर यमुनानगर , अमृतसर , जालंधर , दिल्ली तथा आसपास के डीएवी के प्रिंसिपलों और अध्यापकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया I श्री धर्मपाल गर्ग और श्रीमती रश्मि विद्यार्थी ने सभी दिव्यांगों व आए हुए अतिथियों का धन्यवाद करते हुए सब को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया I
D.A.V. Centenary Public School, Urban Estate, Jind-126102 (Haryana) E-mail : davpsj@davjind.net.in Tel. No. Office : 01681-247506