TRAINING OF PROSPECTIVE RESOURCE PERSON CBSE SCHOOLS
Event Start Date : 18/05/2023 Event End Date 18/05/2023
यूनेस्को के सौजन्य से सी.बी.एस.सी. ने अपने सभी स्कूलों में स्कूल हेल्थ और वैलनेस प्रोग्राम तैयार किया है ।जिसमें एन.सी.ई.आर.टी. से दिशा निर्देशन लिया गया है ।इस प्रोग्राम को सभी स्कूलों में व्यापक रूप से चलाने के लिए देश के चुने हुए प्राचार्यों को प्रशिक्षित किया गया है ।यह प्रशिक्षण एन.सी.ई.आर.टी. नई दिल्ली में यूनेस्को के एक्सपर्ट के द्वारा दिया गया। इस कार्यक्रम के लिए हरियाणा से 10 प्राचार्यों को चुना गया था, जिसमें डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल ,जींद के प्राचार्य डॉ धर्मदेव विद्यार्थी तथा कलीराम डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल की प्राचार्या श्रीमती रश्मि विद्यार्थी को चुना गया तथा दिल्ली में 1 सप्ताह का प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का संयोजन एन.सी.ई.आर.टी. की डीन श्रीमती सरोज यादव तथा यूनेस्को की श्रीमती सरिता जी ने किया था। कार्यक्रम का उद्घाटन एन.सी.ई.आर.टी. के निदेशक प्रोफेसर दिनेश जी द्वारा किया गया, जिसमें सी.बी.एस.सी. के ट्रेनिंग डायरेक्टर डॉ राम शंकर जी, डॉ.जोवा रिजवी, प्रोफेसर गोरी श्रीवास्तव ,प्रोफेसर श्रीधर श्रीवास्तव, एन.सी.ई.आर.टी. के ज्वाइंट डायरेक्टर प्रोफेसर बोरा ने एन.सी.ई.आर.टी. द्वारा प्रचलित शिक्षा के उत्थान और विकास में सहायक ऐप की ट्रेनिंग दी तथा डॉ नागपाल, डॉ अली जैसे अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शिक्षाविदों ने संबोधन दिया ।इस कार्यशाला से प्रशिक्षण प्राप्त कर आए डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी ने बताया कि इस कार्यशाला के माध्यम से हमें जो ट्रेनिंग प्राप्त हुई है उसके आधार पर सी.बी.एस.सी.के सभी स्कूलों में दो-दो अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाएगा ,जो हेल्थ एंबेस्डर के रूप में काम करेंगे। विशेष रुप से बच्चों में आए शारीरिक मानसिक और संवेदनात्मक बदलाव की जानकारी बच्चों को देंगे। उन्होंने बताया कि स्कूली बच्चों की आयु बहुत संवेदनशील होती है ,जिसमें पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों का मानसिक और बौद्धिक विकास भी होता है। आजकल बच्चों में संवेदनाएँ अत्याधिक बढ़ गई हैं तथा गलत जानकारी की वजह से कई बच्चे आत्महत्या तक कर लेते हैं। बच्चों को पढ़ाई के संबंध में सही दिशा मिले इसलिए सी.बी.एस.ई.ने प्रत्येक स्कूल में कॉन्सुलर की नियुक्ति अनिवार्य की है। डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी और श्रीमती रश्मि विद्यार्थी को यूनेस्को द्वारा रिसोर्स पर्सन बनाया गया है। यूनेस्को ने बच्चों के विकास के लिए 11 मॉड्यूल पर आधारित एक पुस्तक तैयार की है, जिसमें 11 विषय लिए गए हैं ।इन्हीं विषयों के अंतर्गत बच्चों के बौद्धिक और मानसिक विकास पर बल दिया जाएगा। यह ज्ञान किताबों से हटकर है जो व्यवहारिक है, परंतु संकोच और शर्म की वजह से इन विषयों पर दबा दिया जाता है या छिपा दिया जाता है ,जिससे बच्चे भ्रम के शिकार हो जाते हैं। यूनेस्को की इस पहल का देश के सभी शिक्षाविदों ने स्वागत किया है ।सी.बी.एस.ई. पंचकूला से डी.ए.वी. के पाँच प्राचार्यों को इस प्रशिक्षण के लिए चुना गया था ।