MAHATMA ANAND SWAMI SAMRITI YAGYA AND BHAJAN COMPETITION
Event Start Date : 09/11/2019 Event End Date 09/11/2019
हवन यज्ञ हमारी पुरानी संस्कृति का वह भाग है जो हमें ईश्वर द्वारा बनाई गई सृष्टि के साथ जोड़े रखती है | यह मानव जीवन का अभिन्न अंग है और संसार का सर्वश्रेष्ठ कर्म है | ये उद्गार आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा नई दिल्ली के महामंत्री डॉ.एस. के. शर्मा. जी ने डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल जींद में मुख्य अतिथि के रुप में पधारे महात्मा आनंद स्वामी जी की स्मृति में हुए यज्ञ एवं भजन प्रतियोगिता के शुभ अवसर पर व्यक्त किए | डॉ एस के शर्मा जी ने बताया कि इस प्रकार की धार्मिक गतिविधियों से छात्रों में आध्यात्मिक व नैतिक मूल्यों का समावेश होता है |एस.के. शर्मा जी ने बच्चों को गायत्री मंत्र की महिमा का गुणगान करते हुए प्रतिदिन बच्चों को गायत्री मंत्र का उच्चारण करने के लिए प्रेरित किया और बताया कि यह ऐसा मंत्र है जिससे बच्चों की बुद्धि और स्मरण शक्ति तेज होती है | डॉ एस के शर्मा जी ने डॉ. विद्यार्थी जी की सराहना करते हुए बताया कि बहुत ही कम प्राचार्य ऐसे होते हैं जो बच्चों को समय-समय पर धार्मिक भावनाओं से ओतप्रोत करते हैं | उन्होंने डॉक्टर विद्यार्थी जी को इस कार्यक्रम के सुयोग्य व सफल आयोजन की बहुत-बहुत बधाई व शुभकामनाएं दी | डी.ए.वी. संस्थाओं के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. विद्यार्थी जी ने बताया कि महात्मा आनंद स्वामी जी आर्य समाज के युग पुरुष और तपस्वी स्वतंत्रता सेनानी हुए ,उनकी स्मृति में डीएवी पब्लिक स्कूल जींद में यज्ञ एवं भजन प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें हरियाणा से डीएवी फतेहाबाद ,जाखल,रादौर, सोनीपत ,रतिया ,टोहाना ,जींद, पानीपत ,सफीदों ,नरवाना ,कैथल आदि डीएवी स्कूलों के बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया एवं यज्ञ मंत्रों का लयबद्ध उच्चारण करके अपनी प्रतिभा का परिचय दिया | हवन यज्ञ की प्रतियोगिता में आर्य समाज जींद शहर से आचार्य अर्जुन देव शास्त्री जी व आचार्य विद्यासागर जी निर्णायक मंडल के रूप में उपस्थित थे | हवन यज्ञ की प्रतियोगिता में अपना लोहा मनवाते हुए डीएवी पब्लिक स्कूल जींद के बच्चों की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया | कलीराम डीएवी पब्लिक स्कूल सफीदों की टीम द्वितीय स्थान पर रही और डीएवी फतेहाबाद की टीम को तृतीय स्थान मिला | इसी अवसर पर विद्यालय में हरियाणा भर से डी.ए.वी. स्कूलों के संगीत अध्यापकों की भजन प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें सभी ने अपने स्कूल का प्रतिनिधित्व करते हुए मनमोहक भजन प्रस्तुत कर सबको भावविभोर कर दिया | इस संगीत भजन प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल के रूप में संगीतज्ञ श्रीमान जगदीश जी व मंगल सिंह जी उपस्थित रहे | इस भजन प्रतियोगिता में डीएवी पब्लिक स्कूल जींद की प्रतिभागी श्रीमती सोनिया को अपनी ओजस्वी वाणी के रूप में प्रथम पुरस्कार के रूप में नवाजा गया, डीएवी बहादुरगढ़ से श्रीमती भावना को द्वितीय स्थान मिला और डीएवी टोहाना से मोहिंदर जी को तृतीय स्थान के रूप में पुरस्कृत किया गया | साथ ही निर्णायक मंडल के रुप में पधारे सभी निर्णायको को भी विद्यालय की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया | डॉ. विद्यार्थी जी ने मुख्य अतिथि के रुप में पधारे डॉ.एस.के. शर्मा जी की आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा नई दिल्ली में उनकी उपलब्धियों के बारे में बताते हुए कहा कि डॉ. एस. के. शर्मा जी संस्कृत व वेदों के प्रकांड विद्वान है जिनकी ऊर्जा व शक्ति से तमाम डीएवी संस्थाओं में आर्य समाज का प्रचार प्रसार होता है | डॉ. एस. के. शर्मा जी पूरे देश के डीएवी स्कूलों के प्रधान पदम श्री डॉ. पूनम सूरी जी के सानिध्य में रहकर हनुमान के रूप में कार्य कर रहे हैं जिनकी आर्य समाज के प्रति कर्तव्य निष्ठा से सभी डीएवी स्कूलों में बच्चों को संस्कारित करने के लिए के बड़े-बड़े आयोजन होते रहते हैं और ये खुद भी इस प्रकार के आयोजनों में उपस्थित होकर बच्चों को आशीर्वाद देने के लिए लालायित रहते हैं | डॉ. एस. के. शर्मा जी का मानना है कि आजकल के आधुनिक समय में बच्चों में शिक्षार्जन के साथ - साथ संस्कारों के बीज डलना नितांत आवश्यक है जिससे बच्चे अपना भविष्य उज्जवल बना सकें | डॉ विद्यार्थी जी ने मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे डॉ एस के शर्मा जी व उनकी धर्मपत्नी को विद्यालय के प्रांगण में इस शुभ अवसर पर पहुंचने व बच्चों को आशीर्वाद देने के लिए आभार व्यक्त किया और उनको विद्यालय की तरफ से सप्रेम भेंट देकर सम्मानित किया |



