ZONAL LEVEL WORKSHOP FOR DAV TEACHERS 
    Event Start Date : 10/07/2022 Event End Date 10/07/2022
    
    वर्तमान युग तकनीकी युग है जिसमें अपने आप को योग के अनुसार परिवर्तन करना अनिवार्य है यह बात सबसे पहले शिक्षकों पर लागू होती है । बदलते परिवेश में शिक्षक की भूमिका तथा नई शिक्षा नीति पर आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी ने कहा कि नई शिक्षा नीति वक्त की जरूरत के अनुसार बनाई गई है। अब जो पाठ्यक्रम बनाए जाएंगे उन्हें भी भारतीय संस्कृति के अनुरूप ही तैयार किया जाएगा। पहली बार भारत में शिक्षा के क्षेत्र में अपने स्तर पर भारतीयता को ध्यान में रखकर परिवर्तन किया गया है। इस शिक्षा नीति में मातृभाषा पर जोर दिया गया है तथा क्षेत्रीय भाषाओं पर भी बल दिया गया है। अब बच्चे अपनी ही भाषा में डॉक्टरी और इंजीनियरिंग कर सकेंगे । डी.ए.वी. संस्थान द्वारा आयोजित जींद ज़ोन के शिक्षकों की इस कार्यशाला में शिक्षा नीति पर व्यापक चर्चा की गई जिसमें प्रिंसिपल राजेश कुमार, प्रिंसिपल रश्मि विद्यार्थी, प्रिंसिपल साधना बख्शी और प्रिंसिपल माला उपाध्याय ने अपने विचार रखे। विशेष रुप से प्राइमरी स्तर पर जो फाउंडेशन कोर्स होगा उस पर परिचर्चा की गई जिसमें डी.ए.वी. पब्लिक स्कूलों में प्री-प्राइमरी तथा प्राइमरी स्तर पर पढ़ाने वाले शिक्षकों ने गहरी रूचि ली। टीवी और मोबाइल के प्रयोग से बचते हुए शिक्षा को खेल-खेल में किस प्रकार से पढ़ाया जाए, इस विषय पर भी गहरी चर्चा की गई । विज्ञान तथा सामाजिक अध्ययन के विषय को किस प्रकार से सरल बनाया जाए, इस पर गहन चिंतन किया गया । कार्यशाला क्षेत्रीय अध्यापक प्रशिक्षण संस्थान के द्वारा आयोजित की गई जिसमें जींद के अतिरिक्त टोहाना, जाखल, रतिया, फतेहाबाद, भूना, सफीदों, पूंडरी तथा असंध के 400 अध्यापक और अध्यापिकाओं ने भाग लिया।


