PUNJABI SKIT A THIRSTY CROW
Event Start Date : 01/09/2022 Event End Date 01/09/2022
जल की महत्ता को बयां हम कर नहीं सकते, बिना पानी के जीवन में हम रह नहीं सकते।
हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी, पंचकूला के तत्वाधान में डीएवी शताब्दी पब्लिक स्कूल, जींद के प्रांगण में एक पंजाबी नाटक थर्स्टी क्रो का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में नाटक के पश्चात जल बचाने का शपथ समारोह भी किया गया जिसमें साहित्य अकैडमी के उपाध्यक्ष श्री गुरविंदर सिंह ने कहा कि पंजाबी साहित्य अकैडमी प्रदेश भर में जल बचाओ अभियान भी चला रही है तथा पंजाबी नाटक के माध्यम से यह उनका दसवां कार्यक्रम है जिसे हिंदी में भी रूपांतरित किया जाएगा। श्री प्रतीक हुड्डा ने कलाकारों की कला की प्रशंसा करते हुए इसे प्रचार का सर्वोत्तम साधन बताया। वही डॉक्टर धर्मदेव विद्यार्थी जी ने कहा कि डीएवी संस्थाएं प्रत्येक कार्य में अग्रणी हैं तथा सामाजिक कार्यों को शिक्षा से जोड़ने का कार्य कर रही हैं। इसी मुहिम में यह कार्यक्रम जल और पर्यावरण बचाने के लिए किया गया। समस्त कार्यक्रम का संचालन स्कूल के छात्रों द्वारा किया गया, जिसकी सब ने प्रशंसा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता सरदार गुरविंदर सिंह धमीजा जी, उपाध्यक्ष, हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी ने की। इस अवसर पर उपायुक्त जींद के प्रतिनिधि के रूप में श्री प्रतीक हुड्डा,एचसीएस, आरटीए, जींद भी विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज को जल व पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना रहा। इस नाटक का सफलतापूर्वक मंचन बहुत ही अनुभवी कलाकारों द्वारा किया गया। कार्यक्रम के उपरांत बाबा बंदा बहादुर जी तथा खालसा तख़त लोहगढ़ के इतिहास के बारे में एक डॉक्यूमेंट्री दर्शाई गई जिसमें दर्शाया गया कि पंजाबी साहित्य अकादमी की टीम द्वारा जब पड़ताल की गई तो पाया गया कि खालसा पंथ का इतिहास बहुत प्राचीन है। प्राचीन काल (लगभग 250 साल पहले) में प्रयोग किए जाने वाले बहुत से मिट्टी के बर्तन, पत्थर, घरेलू उपयोग में लिए जाने वाले उपकरण, ईंटे, सील आदि एकत्रित किए गए एवं उन्हें ऐतिहासिक धरोहर के रूप में म्यूजियम में रखा गया। कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर धर्मदेव विद्यार्थी जी,क्षेत्रीय निर्देशक, डीएवी, जींद क्षेत्र, ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद किया व विद्यालय के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें पर्यावरण व जल संरक्षण के लिए प्रयासरत रहना चाहिए व लोगों को भी जल बचाने के लिए प्रेरित करना चाहिए। इस मौके पर श्री ए.के चावला, श्री शिवशंकर पाहवा तथा श्री जगदीश आहूजा व श्री कँवल अरोड़ा, श्री एस पी भारद्वाज, श्री वीरेंद्र लाठर, श्री दिलीप सिंह चहल, श्री शिवकुमार शर्मा, श्री राम नारायण आर्य सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोगों ने भाग लिया।