ZONAL LITERATURE CONCLAVE
Event Start Date : 23/10/2023 Event End Date 23/10/2023
डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल जींद ने बच्चों को दोनों हाथों से लिखना सीखकर अद्वितीय काम किया है ।यह देश भर में अपनी किस्म का अनोखा और अनूठा प्रयोग है, ऐसा कार्य शायद ही किसी स्कूल ने आज तक किया होगा। इसके लिए डी.ए.वी. संस्था के प्राचार्य डॉ. विद्यार्थी और स्टाफ बधाई के पात्र हैं। यह उद्गार हरियाणा के मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री अनिल राव जी ने प्रकट किया। डी.ए.वी. संस्थाओं द्वारा प्रत्येक क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया जा रहा है। कोरोना के समय में बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में रुचि कम होने के कारण इस दोष दूर करने के लिए डी.ए.वी. संस्थान पूरे जोर से कोशिश कर रहा है, यह उद्गार हरियाणा के मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री अनिल राव जी ने डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल जींद में प्रकट किये । पूर्व ए.डी.जी.पी. श्री अनिल राव ने डी.ए.वी. के द्वारा चलाए जा रहे पुलिस स्कूलों की प्रशंसा की । डी.ए.वी. कालेज प्रबंधन समिति, नई दिल्ली की निर्देशिका श्रीमती निशा पेसिन ने कहा कि डी.ए.वी. में मेरिट पर कभी भी समझौता नहीं होता सभी काम मेरिट पर किए जाते हैं यही कारण है कि डी.ए.वी. जनता की पहली पसंद है। इसके लिए उन्होंने डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल अर्बन स्टेट ,जींद को एक उदाहरण बताया, जिसमें बच्चों के चहुमुखी विकास के लिए प्रयत्न किए जाते हैं। डी.ए.वी.जींद में एक शानदार इंग्लिश लिटरेचर कॉन्क्लेव व "साहित्य सम्मेलन" आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों-शिक्षा, मीडिया, साहित्य, प्रदर्शन कला आदि से प्रतिष्ठित अतिथि शामिल हुए। सभागार कई साहित्यकारों, छात्रों, शिक्षकों, पूर्व छात्रों, अभिभावकों, विभिन्न स्कूलों के प्राचार्यों और विभिन्न प्रशासनों के प्रमुखों से खचाखच भरा हुआ था। कार्यक्रम में शिक्षकों द्वारा स्वागत गीत व छात्रा विधि द्वारा गाए गीत 'ऐसे हैं मेरे राम' ने सबको भावविभोर कर दिया। बच्चों ने फ्रेंच भाषा में प्यारा सा गीत गाया तथा छात्रों द्वारा एक अद्भुत सांस्कृतिक नृत्य भी किया गया।अपने स्वागत भाषण में, क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. डी.डी. विद्यार्थी ने साहित्य और उसके महत्व, संगीतमय प्रस्तुति पर प्रकाश डाला। डी.ए.वी. के पूर्व छात्र सूफी गायक विक्रम श्री विक्रम सरोहीवाल के मधुर सूफी गाने ने व हरियाणावी अभिनेता साहिल के हरियाणावी नृत्य ने सभी दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दियाऔर साहित्यिक सलाहकारों द्वारा साहित्यिक पेनल चर्चा प्रश्नोत्तरी द्वारा की गई। डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल ,सफीदों की प्रधानाचार्या श्रीमती रश्मि विद्यार्थी , श्री सुमित कुमार एस एस पी जींद ,डॉ. ए.के. चावला पूर्व कुलपति कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी और डॉ. रणपाल सिंह सी.आर.एस.यू. के वायस चांसलर एवं अनेक डी.ए.वी. विद्यालय से आए प्रिंसिपल ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।कार्यक्रम की मुख्य विशेषताओं में पुस्तक मेला, पैनल चर्चा, पुस्तक विमोचन, डिजिटल लाइब्रेरी, उभय हस्त कुशल गतिविधि शामिल हैं। लेखक, कवि और अन्य मीडिया व्यक्तियों को सम्मानित किया गया।डी .ए.वी.संस्थाओं के क्षेत्रीय निदेशक महोदय डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी ने कहा कि यह छात्रों को अपनी रुचि विकसित करने के लिए प्रेरित करने वाला एक अद्भुत कार्यक्रम है। उन्होंने यह भी कहा कि रचनात्मकता किसी भी क्षेत्र में हो सकती है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस क्षमता का सफलतापूर्वक प्रयोग किया जाए। उन्होंने स्कूल के बच्चों की बहुत प्रशंसा की और उन्हें सुझाव दिया कि उन्हें पढ़ने और लिखने की गतिविधियों में शामिल होना चाहिए क्योंकि ये दो कौशल उन्हें रचनात्मक, विकास में सहयोगी सिद्ध हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि डी.ए.वी. के साहित्य कॉन्क्लेव कुछ प्रमुख उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए आयोजित किए जाते हैं। छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और पूर्व छात्रों के बीच पुस्तक पढ़ने की आदतों को बढ़ाना क्योंकि साहित्य हमें सीखने व मार्गदर्शन का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है।स्कूल, पुस्तकालयों में सामुदायिक भागीदारी को बढ़ाना क्योंकि ये महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे रचनात्मक प्रयासों में शामिल होकर हज़ारों या लाखों लोगों को लाभान्वित कर सकते हैं। साहित्य सामग्री निर्माताओं और सामग्री पाठकों के बीच जीवंत बातचीत बढ़ाने के लिए, साहित्य के क्षेत्र में विभिन्न विकल्पों का पता लगाएं और कक्षा सेट-अप के बाहर सीखने के लिए संरचनाएं विकसित करें।हर पहल, चाहे बड़ी हो या छोटी, अपने फायदे लाती है और यही बात डी.ए.वी. के साहित्य के लिए भी सच है नवीनतम पुस्तकों के साथ बेहतर उपयोग और अच्छी तरह से भंडारित पुस्तकालय, जो पहले से मौजूद छात्रों, आगामी बैचों, पूर्व छात्रों और समुदाय के सदस्यों को बड़े पैमाने पर साहित्य की दुनिया का आनंद लेने में मदद करेगा, यह बदले में, पढ़ने की एक मजबूत आदत बनाने में मदद करेगा। डीएवी के छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और पूर्व छात्रों के एकजुट समुदाय के बीच किताबें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। चूँकि साहित्य और पढ़ना किसी की बुद्धि को मजबूत कर सकता है और बड़े पैमाने पर समाज की मदद कर सकता है, ज्ञान का निरंतर बढ़ता भंडार आत्मविश्वास को प्रज्वलित करता है और किसी भी जीवन में इसका अत्यधिक महत्व है। डी.ए.वी. को साहित्य के क्षेत्र में एक बड़ी ताकत के रूप में मानेगी और सभी के लिए प्रसिद्ध होगी। इस प्रकार, सामग्री निर्माता, संबंध बनाने में मदद करते हैं, जिससे सभी प्रेरित होते हैं, और साहित्य व इसके विभिन्न कला रूपों के संरक्षक बनने की आकांक्षा रखते हैं।